कुछ पंक्तियाँ
ग्यानी अपनी आँखें खोलो इस माया जाल से मुक्त हो लो जिसने जो कहा वो उसी के पास रह जाना है शब्द भ्रहमाडं में घूमते रहने हैं और हर शब्द के साथ एक कहानी स्वयं को कहानियों से मुक्त कर लो बंधनों से छूट जाओ बंधनों को छोड़ दो ग्यानी अपनी आँखें खोलो