Posts

Showing posts from March, 2015

राष्ट्रीय संगोष्ठी - स्री विमर्श और मैत्रयी पुष्पा

Image
हाल ही में मैंने अकादमिक जगत में प्रवेश किया है, एक पी. एच. डी. स्कॉलर के रूप में । पिछले एक साल में मैंने दो सेमिनार   में भाग लिया - जिनके अनुभव अविस्मरणीय रहे।  कल ही मैं मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी - स्री विमर्श : साहित्य , मीडिया और समाज में भाग लेकर लौटी हूँ। एक साहित्य विद्यार्थी और साहित्य प्रेमी के लिए अत्यधिक आनंद, गर्व और सौभाग्य का विषय होता है एक अच्छे साहित्यकार को सुन पाना। हमारे लिए ये साहित्यकार किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं होते।  कल की इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में परम सम्मानीय मैत्रयी पुष्पा जी पधारी थीं।  साहित्य की इस महान हस्ती को पढ़ने का सुअवसर मुझे आज दिन तक प्राप्त नहीं हुआ किन्तु उन्हें सुनने के पश्चात मैं उनके बारे में लिखने से खुद को रोक नहीं पा रही।  साभार - अमरउजाला "30 नवंबर, 1944 को अलीगढ़ जिले के सिकुर्रा गांव में जन्मी मैत्रेयी के जीवन का आरंभिक भाग बुंदेलखण्ड में बीता। आरंभिक शिक्षा झांसी जिले के खिल्ली गांव में तथा एम.ए.(हिंदी साहित्य) बुंदेलखंड कालेज, झाँसी से किया। मैत्रेयी पुष्पा की प्रम