बस यादें !
वक़्त नहीं है खुद के लिए भी जाने , वो भी इसी हालत में होंगे सोचते होंगे मेरी ही तरह फिर कभी फुर्सत में मिलेंगे , फिर कभी फुर्सत में मिलेंगे। चंद यादें भी अब याद आने से नहीं आती हैं दिख जाए उनका नाम कहीं , तब ज़िंदगी पुरानी याद आती है।