मैं जानती हूँ
मेरे सपनों को पूरा करने के लिए
तुम मीलों तक दौड़ जाते हो
मैं जानती हूँ
कभी कभी तुम बहुत अकेले पड़ जाते हो
दुनिया से लड़ने की खूब ताक़त है तुममें
पर हार तुम सिर्फ अपनों से जाते हो
मेरे सपनों को …
हाँ ! बहुत चाहते हो मुझे
कितने कष्ट , मेरे लिए उठाते हो
मैं जानती हूँ
कभी कभी तुम बहुत अकेले पड़ जाते हो
तुम मीलों तक दौड़ जाते हो
मैं जानती हूँ
कभी कभी तुम बहुत अकेले पड़ जाते हो
दुनिया से लड़ने की खूब ताक़त है तुममें
पर हार तुम सिर्फ अपनों से जाते हो
मेरे सपनों को …
हाँ ! बहुत चाहते हो मुझे
कितने कष्ट , मेरे लिए उठाते हो
मैं जानती हूँ
कभी कभी तुम बहुत अकेले पड़ जाते हो
Bahut khoob :)
ReplyDeleteMain kuch nai ker bas ho jata hai 😊
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