ज़िन्दगी किसी के जाने से रूकती नही
५.1२.2009
कोई आया था और कोई चला गया
ज़िन्दगी किसी के जाने से रूकती नही
वो नदी सदा बहती ही रहती है
कभी किसी मोड़ पर थकती नही
उसने एक दिन थामा था हाथ मेरा
बोंला " तुम कुछ क्यूँ कहती नही"
पर मैंने तोह कहा तुमने सुना नही...
सुन कर भी शायद मुद कर देखा नही ...
हर बार जब कोई गया
दिल का एक टुकड़ा कहीं बिखर गया
और तुम जिस दिन से गए...
दिल को समझाया यही ...
कोई आया था और कोई चला गया
ज़िन्दगी किसी के जाने से रूकती नही...
ज़िन्दगी किसी के जाने से रूकती नही।
कोई आया था और कोई चला गया
ज़िन्दगी किसी के जाने से रूकती नही
वो नदी सदा बहती ही रहती है
कभी किसी मोड़ पर थकती नही
उसने एक दिन थामा था हाथ मेरा
बोंला " तुम कुछ क्यूँ कहती नही"
पर मैंने तोह कहा तुमने सुना नही...
सुन कर भी शायद मुद कर देखा नही ...
हर बार जब कोई गया
दिल का एक टुकड़ा कहीं बिखर गया
और तुम जिस दिन से गए...
दिल को समझाया यही ...
कोई आया था और कोई चला गया
ज़िन्दगी किसी के जाने से रूकती नही...
ज़िन्दगी किसी के जाने से रूकती नही।
Again you proved my point... nice write up and very honest...
ReplyDeleteDil ko chu leni wali baat :)
thank you :)
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